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Friday, 6 October 2017

bihar nawada job


नवादा के एक लाख लोगों को मिलेगा रोजगार


जिले में सोलर चरखा और हरित खादी से एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। महिलाएं स्वावलंबी और खुशहाल होंगी। बच्चे शिक्षित और घर-परिवार समृद्ध होगा। ये बातें केंद्रीय मंत्री और नवादा के सांसद गिरिराज सिंह ने गुरुवार को हिसुआ के तुंगी गांव में हरित खादी ग्रामोद्योग संस्थान व सोलर चरखा प्रशिक्षण केंद्र के उद्घाटन के मौके पर कहीं।
उन्होंने कहा कि नवादा में यह सांतवां केंद्र खुला है। खनवां और तुंगी टेक्सटाइल्स का हब बनेगा। यहां लूम से लेकर कपड़े बुनने तक के काम होंगे। यहां को कपड़े देश ही नहीं विदेशों में भी अपनी खास पहचान बनायेगा। पंचायत की मुखिया प्रभावती देवी और रिजर्व बैंक के डीआरएम व केंद्रीय मंत्री ने संयुक्त रूप से प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया। केंद्रीय मंत्री ने महिलाओं को स्वावलंबी बनने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि महिलाएं इस रोजगार से जुड़कर 6000 से 15000 तक की राशि कमा सकती हैं। चतरा के पूर्व सांसद व अतरी के पूर्व विधायक रंजीत सिंह ने कहा कि भाजपा का कार्य प्रेक्टिकल और सराहनीय है। सदर एसडीओ राजेश कुमार ने कहा कि रोजगार के लिए हो रही पहल अच्छी है। डीएसपी विजय कुमार झा ने कहा कि अच्छे काम ही इतिहास और प्रेरणा बनते हैं। मध्य ग्रामीण बैंक के चेयरमैन ने कहा कि गांधी जी ने स्वराज की कल्पना की थी, जो साकार हुआ। आज नवादा में नये स्वराज की शुरुआत हो रही है।
हरित खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष विजय पांडेय ने संस्थान से होने वाले काम और लाभों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महिलाओं को तीन महिने की यहां ट्रेनिंग दी जाएगी और उसके बाद घर में चरखा दिया जाएगा। सूत काटने की प्रति किलो 200 रूपये मजदूरी मिलेगी। एक महिला एक माह में 6000 से 8000 तक की राशि आराम से कमा सकती है। मंच को प्रो. विजय कुमार सिन्हा, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विनय सिंह आदि ने संबोधित किया। मौके पर तुंगी मुखिया प्रभावती देवी, मुखिया संघ के अध्यक्ष नीरज कुमार सैंपु, मनोज चंद्रवंशी, पूर्व तुंगी मुखिया अभय कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।
अमेरिका के राष्ट्रपति तक पहुंचेगा नवादा का टेक्सटाइल
तुंगी में भारतीय हरित खादी ग्रामोद्योग संस्थान के उद्घाटन के मौके पर नवादा में हरित खादी से बेहतर कपड़े तैयार होने की बातें सामने आयी। यहां के कपड़े की अलग पहचान होने और इसको अमेरिका के राष्ट्रपति तक पहुंचने की बातें कही गयी। खनवां, तुंगी समेत अन्य स्थल कपड़ा बनाने के हब बनेंगे। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, हरित खादी के अध्यक्ष, रिजर्व बैंक के अधिकारी, बैंक के डीआरएण समेत मध्य ग्रामीण बैंक के चेयरमैन आदि ने यहां कपड़ा बनने के मार्ग प्रशस्त होने की बातें रखी। खनमां के बने खादी के चादरों से अतिथियों का सम्मान हुआ। उन चादरों को दिखा कर गिरिराज सिंह ने कहा कि यहां के कपड़े प्रधान मंत्री तक पहुंचेगें और प्रधान मंत्री अमेरिका के राष्ट्रपति को यहां की खादी भेंट करेंगे।
माताएं और गाय से देश का विकास
गिरिराज सिंह ने कहा कि माताएं और गाय से देश का विकास होगा। माताएं चरखा चलाकर खुशहाल बनेंगी और गाय भी आमदनी का बेहतर माध्यम साबित होगी। गाय कभी भी अनुपयोगी नहीं होगी। ताउम्र वह इनकम का जरीया रेगी। दूध के बंद हो जाने पर उसके गोबर और मूत्र का उपयोग होता रहेगा। गोबर और मूत्र से कपड़े की डाई बनाने, अमीनो एसीड बनाने और कंपोष्ट खाद बनाने की पहल शुरू करने की बातें कही।
देश का 19 वां और बिहार का 7वें प्रशिक्षण केंद्र की शुरुआत
हिसुआ के तुंगी में देश का 19 और बिहार का 7 वां प्रशिक्षण केंद्र की शुरुआत हुई। देश में लखनऊ, वाराणसी, सूरत, देवरिया आदि जगहों पर 12 केंद्र हैं। बिहार में बरबिगहा, वारिसलीगंज, कुटरी, खनमां, केंदुआ, रोह और उसके बाद तुंगी में केंद्र की शुरूआत हुई है। भारतीय हरित खादी ग्रामोद्योग का प्रधान केंद्र लखनऊ है।
केंद्रीय मंत्री से पुल और पथ बनाने की मांग
चरखा प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन करने पहुंचे गिरिराज सिंह को तुंगी के ग्रामीणों ने पथ और पुल निर्माण की मांग का ज्ञापन दिया। तुंगी के ढाढर नदी के रेलवे पुल के समीप से पथ और पुल के निर्माण की मांग की। पहले रेलवे पुल पर से ही तुंगी और जमुआमा तक आवागमन होता था। रेलवे पुल पर पैदल पथ बना हुआ था लेकिन अब लोगों को सात-आठ किलोमीटर घूमकर जाना पड़ता है। लोगों की मांग है कि उक्त पथ और पुल के बन जाने से तुंगी, तुंगी बेलदारी, मंझवे, चितरघट्टी, बेलारू समेत दर्जनों गांव के लोगों को आना-जाना सुगम होगा। बच्चों को विद्यालय जाने में परेशानी नहीं होगी। बरसात में ढाढर नदी में पानी आ जाने पर आवागमन ठप नहीं होगा।
हिसुआ में हुआ भव्य स्वागत
तुंगी जाने के समय हिसुआ के विश्वशांति चौक पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंत्री का जमकर स्वागत किया। केंद्रीय मंत्री वाहन से उतकर लोगों का अभिनंदन और फूल माला को स्वीकार किया। भाजपा नेता आलोक कुमार की अगुआई में सरपंच अजय सिंह, गुड्डु कुमार सिंह, नागेश कुमार, श्लोक कुमार, भाजपा युवा के गोपाल कुमार, नरेश सिंह, विपीन सिंह, राजू कुमार, पिंटू सिंह समेत कई दर्जन कार्यकर्त्ताओं ने स्वागत किया।

Monday, 2 October 2017

www.patnanews.in


पूर्व मध्य रेल के सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों की पार्किंग में वाहन खड़ा करने पर यात्रियों को पार्किंग शुल्क के साथ जीएसटी देना होगा। जल्‍द ही नई बढ़ी हुई दर लागू की जायेगी।



पटना [जेएनएन]। पूर्व मध्य रेल के सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों की पार्किंग में वाहन खड़ा करने पर यात्रियों को पार्किंग शुल्क के साथ जीएसटी देना होगा। अब यात्रियों को पार्किंग शुल्क के लिए और जेब ढीली करनी होगी। इस संबंध में रेलवे बोर्ड की ओर से सभी जोन को आदेश निर्गत किया गया है।

हालांकि रेलवे की ओर से जीएसटी लागू होते ही सभी ठेकेदारों से वाहन पार्किंग शुल्क के साथ-साथ जीएसटी की वसूली शुरू कर दी है। ठेकेदार रेलवे पर पार्किंग शुल्क की रसीद पर जीएसटी के साथ दर छपवाने का दबाव बनाने लगे हैं।
जीएसटी के लागू होते ही पटना जंक्शन, राजेन्द्र नगर टर्मिनल आदि प्रमुख स्टेशनों के पार्किंग शुल्क में 18 फीसद की बढ़ोतरी होने की संभावना है। आधिकारिक सूत्रों की मानें तो रेलवे ठेका देते समय ही आवेदक से जीएसटी के रूप में 18 फीसद राशि अतिरिक्त वसूल ले रहा है। इसको लेकर ठेकेदार रेलवे पर पर्ची में जीएसटी जोडऩे का दबाव बनाने लगे हैं।

रेलवे बोर्ड से जारी आदेश सभी मंडलों में लागू हो जाएगा। अभी जहां पटना जंक्शन व राजेन्द्र नगर टर्मिनल पर चार पहिया वाहन खड़ा करने के लिए प्रीमियम पार्किंग पर 50 रुपये देने पड़ते हैं और जनरल पार्किंग पर 25 रुपये देने पड़ते हैं। जीएसटी लगने पर 50 के बदले 60 रुपये तथा 25 रुपये के बदले उन्हें 30 रुपये देना होगा। यह राशि पहले तीन घंटे के लिए ही मान्य होगी। इसी तरह मोटरसाइकिल पार्किंग पर भी जीएसटी की वसूली की जाएगी।


बिहार के सहरसा जिले में एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण एम महिला ने सड़क पर ही बच्‍चे को जन्‍म दिया। प्रसव पीड़ा होने पर वह पैदल ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जा रही थी।



सहरसा [जेएनएन]। बिहार सरकार सुरक्षित प्रसव के लाख दावे करे पर हकीकत इससे इतर है। सोमवार को सहरसा में एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण एक महिला को  सड़क पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। 

घटना साहपुर पंचायत के हरिपुर गांव की है। मो. जफरूल की पत्नी शहजादी खातून को अल सुबह प्रसव पीड़ा होने लगी। घर में पति या अन्य पुरुष सदस्य के नहीं रहने तथा गरीबी के कारण निजी वाहन की व्यवस्था नहीं हो पाई।

ग्रामीणों द्वारा एंबुलेंस के लिए फोन किया गया जो रीसिव नहीं हुआ। इसके बाद गर्भवती महिला पैदल ही परिजन के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) की तरफ निकल पड़ी।

स्थानीय थाने के निकट पहुंचते ही असहनीय प्रसव पीड़ा होने पर वह सड़क किनारे ही बैठ गई। राहगीरों द्वारा स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को एंबुलेंस भेजने के लिए दूरभाष से सूचना दी गई। एंबुलेस आने में विलंब होता देख राहगीरों द्वारा सड़क किनारे ही कपड़े से घेर दिया गया और थाने के सामने ही महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया।

प्रसव उपरांत राहगीरों ने ऑटो किराए पर लेकर पीडि़त महिला को स्थानीय पीएचसी तक पहुंचाया। चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विवेकानंद ने कह कि घटना की जानकारी उन्हें भी मिली है। पता किया जा रहा है कि एंबुलेंस महिला तक क्यों नहीं पहुंच सकी।


सहरसा [जेएनएन]। बिहार सरकार सुरक्षित प्रसव के लाख दावे करे पर हकीकत इससे इतर है। सोमवार को सहरसा में एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण एक महिला को  सड़क पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। 

घटना साहपुर पंचायत के हरिपुर गांव की है। मो. जफरूल की पत्नी शहजादी खातून को अल सुबह प्रसव पीड़ा होने लगी। घर में पति या अन्य पुरुष सदस्य के नहीं रहने तथा गरीबी के कारण निजी वाहन की व्यवस्था नहीं हो पाई।

ग्रामीणों द्वारा एंबुलेंस के लिए फोन किया गया जो रीसिव नहीं हुआ। इसके बाद गर्भवती महिला पैदल ही परिजन के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) की तरफ निकल पड़ी।

स्थानीय थाने के निकट पहुंचते ही असहनीय प्रसव पीड़ा होने पर वह सड़क किनारे ही बैठ गई। राहगीरों द्वारा स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को एंबुलेंस भेजने के लिए दूरभाष से सूचना दी गई। एंबुलेस आने में विलंब होता देख राहगीरों द्वारा सड़क किनारे ही कपड़े से घेर दिया गया और थाने के सामने ही महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया।

प्रसव उपरांत राहगीरों ने ऑटो किराए पर लेकर पीडि़त महिला को स्थानीय पीएचसी तक पहुंचाया। चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विवेकानंद ने कह कि घटना की जानकारी उन्हें भी मिली है। पता किया जा रहा है कि एंबुलेंस महिला तक क्यों नहीं पहुंच सकी।

बिहारः मुजफ्फरपुर गैंगरेप के चारों आरोपी गिरफ्तार

बिहार के मुजफ्फरपुर गैंगरेप के चारों आरोपियों को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इन चारों दरिंदों ने एक नाबालिक लडकी के साथ न सिर्फ सामूहिक बलात्कार किया था, बल्कि उसका वीडियो बनाकर इंटरनेट पर वायरल कर दिया था. वीडियो देखकर ही इन आरोपियों का सुराग पुलिस को मिला था.
गैंगरेप की ये शर्मनाक वारदात बीती 28 सितंबर को हुई थी. जब रात में मेला देखकर लौट रही 14 वर्षीय एक नाबालिक बच्ची के साथ गांव के ही गगन कुमार, सचिन कुमार, रौशन और अनीश कुमार ने मिलकर किया था. उन दरिंदों ने मोबाइल से वारदात की वीडियो भी बनाई थी. जिसे बाद में सोशल साइट्स पर वायरल कर दिया था.
घटना की जानकारी मिलने के बाद गांव की पंचायत ने मामले को दबाने की कोशिश भी की था. लडकी को कुछ रूपये देकर चुप रहने के लिए कहा गया. लोकलाज के डर से पीडित परिवार भी चुप रहा लेकिन वारदात का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इस संबंध में रविवार को एफआईआर दर्ज की.
इस दौरान गांव के कुछ लोगों की मदद से आरोपी भगाने में कामयाब हो गए. इसके बाद पुलिस ने चारों को दबिश देकर अलग अलग स्थानों से गिरफ्तार कर लिया. अब पुलिस  की मदद करने वालों की तलाश कर रही है.
एसएसपी विवेक कुमार के आदेश पर डीएसपी पूर्वी गौरव पांडेय के नेतृत्व में एक टीम गठित कर आरोपियों की तलाश में लगाई गई थी. जिसने चारों आरपियों को गिरफ्तार किया. अब पुलिस चारों से पूछताछ कर रही है.